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जिंदगी गुजर गई सबको खुश करनेमें ... जो खुश हुए वो अपने नहीं थे ... जो अपने थे वो कभी खुश नहीं हुए ...

Wednesday, December 03, 2025

 

      संकल्पपूर्ती

 

संकल्पपूर्तीचा क्षण भाग्याचा

दीपक तेवावा सदा सौख्याचा

परस्परांची नित्य मने मिळू दे

प्रीत बहरू दे, शांती लाभू दे  ... ||१||

 

तीर्थक्षेत्र जणु घरच तुमचे

वरद विनायक अपत्य तुमचे

रहावी तुम्हावरी कृपा रेणुकेची

ददात न पडो कधी कशाची  ... ||२||

 

- हरीश कुलकर्णी 

    २५.९.२०२५

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