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जिंदगी गुजर गई सबको खुश करनेमें ... जो खुश हुए वो अपने नहीं थे ... जो अपने थे वो कभी खुश नहीं हुए ...

Friday, March 04, 2011

Poem

2 comments:

  1. खुप अर्थपूर्ण व सुंदर कविता आहे. सर तुम्ही एक उत्तम कविसुद्धा आहात असे मला वाटते या कवितेवरून .

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  2. Sir its a great poem. Really many people in the world are living without knowing the meaning of life.........

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